खामोश हम तुम
बात ज़िन्दगी से
आँखों ने कुछ कहा
धड़कन सुन रही है
धरती से अम्बर तक
नि:शब्द संगीत है
मौसम की शोखियाँ भी
आज चुप-चुप सी है
गीत भी दिल से
होंठ तक न आ पाए
बात दिल की
दिल में ही रह जाए
.
जिस्मो की खुशबू ने
पवन महकाया है
खामोशी को ख़ामोशी ने
चुपके से बुलाया है
.
प्यार की बातों को
अबोला ही रहने दो
नि:शब्द इस गूँज को
शब्दों में न ढलने दो
.
प्यार के भावो को
शब्दों में मत बांधो
चुपके से इस दिल से
संगीत का स्वर बांधो
.
स्वर ही है इस मन के
भावो को है दर्शाती
प्यार जो चुप चुप है
जुबां से निकल आती
pyar ke bhano ko sunder awaj di hai aap neis kavita ke madhyam se........
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर,
जवाब देंहटाएंदीपावली की ढेर सारी शुभकामना!
एक भावपूर्ण प्रस्तुति..दीपावली की हार्दिक शुभ कामनायें
जवाब देंहटाएंइसी तरह आप से बात करूंगा
जवाब देंहटाएंमुलाक़ात आप से जरूर करूंगा
आप
मेरे परिवार के सदस्य
लगते हैं
अब लगता नहीं कभी
मिले नहीं है
आपने भरपूर स्नेह और
सम्मान दिया
हृदय को मेरे झकझोर दिया
दीपावली को यादगार बना दिया
लेखन वर्ष की पहली दीवाली को
बिना दीयों के रोशन कर दिया
बिना पटाखों के दिल में
धमाका कर दिया
ऐसी दीपावली सब की हो
घर परिवार में अमन हो
निरंतर दुआ यही करूंगा
अब वर्ष दर वर्ष जरिये कलम
मुलाक़ात करूंगा
इसी तरह आप से
बात करूंगा
मुलाक़ात आप से
जरूर करूंगा
01-11-2010
कोमल, मृदुल भावों से परिपूर्ण सुंदर प्रस्तुति. आभार.
जवाब देंहटाएंइस ज्योति पर्व का उजास
जगमगाता रहे आप में जीवन भर
दीपमालिका की अनगिन पांती
आलोकित करे पथ आपका पल पल
मंगलमय कल्याणकारी हो आगामी वर्ष
सुख समृद्धि शांति उल्लास की
आशीष वृष्टि करे आप पर, आपके प्रियजनों पर
सादर
डोरोथी.
maun bhi ek vaktavya hai!!!
जवाब देंहटाएंbhaavpoorna rachna!
prakashparv ki shubhkamnayen!!!
regards,
सुन्दर मनोभावों की प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंदीपपर्व की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाएँ
दिल मे उतर जाने वाले भाव्……………बेहद उम्दा रचना। गज़ब की बात कह दी।
जवाब देंहटाएंदिल मे उतर जाने वाले भाव्……………बेहद उम्दा रचना।
जवाब देंहटाएंगीत भी दिल से
जवाब देंहटाएंहोंठ तक न आ पाए
बात दिल की
दिल मे ही रह जाए
सुन्दर भावपूर्ण रचना
HATS OFF TO YOU ... BAS AUR KUCH NAHI KAHUNGA
जवाब देंहटाएंVIJAY