मेरी ख़ामोशी का ये अर्थ नही की तुम सताओगी
तुम्हारी जुस्तजू या फिर तुम ही तुम याद आओगी
वो तो मै था की जब तुम थी खडी मेरे ही आंगन में
मै पहचाना नही की तुम ही जो आती हो सपनो में
खता मेरी बस इतनी थी की रोका था नही तुमको
समझ मेरी न इतनी थी पकड़ लूं हाथ , भुला जग को
पडेगा आना ही तुमको की तुम ही हो मेरी किस्मत
भला कैसे रहोगी दूर कि तुम ही हो मेरी हिम्मत
कि जब आयेगी हिचकी तुम समझ लेना मै आया हूँ
तुम्हारे सामने दर पे एक दरख्वास्त लाया हूँ
कि संग चलकर तुम मेरी ज़िंदगी को खूब संवारोगी
मेरे जीवन की कडवाहट को तुम अमृत बनाओगी
पनाहों में जो आया हूँ रहम मुझ पर ज़रा करना
अब आओ भी खडा हूँ राह पर निश्चित है संग चलना
painting by M F HUSSAIN
|
---|
फ़ॉलोअर
जून 02, 2011
याचना
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
-
हमने रखे हैं नक्शे पा आसमां के ज़मीं पर अब ज़मीं को आसमां बनने में देर न लगेगी टांग आयी हूँ सारे ग़म दरो दीवार के खूंटी पर अब वफ़ाओं...
-
तूने दिखाया था जहां ए हुस्न मगर मेरे जहाँ ए हक़ीक़त में हुस्न ये बिखर गया चलना पड़ा मुझे इस कदर यहाँ वहाँ गिनने वालों से पाँव का छाला न गिना गय...
-
तू है वक़्त गुज़रा हुआ मुरझाया फूल किताबों में रखा तुझे न याद करूँ एक पल से ज्यादा कि दिल में तू नहीं अब कोई और है तुम से खिला क...
बेहद खूबसूरत कविता.
जवाब देंहटाएंपनाहों में जो आया हूँ रहम मुझ पर ज़रा करना
जवाब देंहटाएंअब आओ भी खडा हूँ राह पर निश्चित है संग चलना
waah
सुन्दर भावनात्मक कविता !
जवाब देंहटाएंमेरी ख़ामोशी का ये अर्थ नही की तुम सताओगी
जवाब देंहटाएंतुम्हारी जुस्तजू या फिर तुम ही तुम याद आओगी
खूबसूरत !
Bahut sundar bhav.
जवाब देंहटाएं............
प्यार की परिभाषा!
ब्लॉग समीक्षा का 17वां एपीसोड--
सुन्दर भावनात्मक कविता ............
जवाब देंहटाएंखता मेरी बस इतनी थी की रोका था नही तुमको
जवाब देंहटाएंसमझ मेरी न इतनी थी पकड़ लूं हाथ , भुला जग को
....बहुत सुन्दर भावमयी रचना..
सुंदर भीव...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन भावनाएं व्यक्त करते शब्द,आप अच्छा लिखती है बधाई
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर। भावपुर्ण अभिव्यक्ति। सादर।
जवाब देंहटाएंमेरी ख़ामोशी का ये अर्थ नही की तुम सताओगी
जवाब देंहटाएंतुम्हारी जुस्तजू या फिर तुम ही तुम याद आओगी
सुन्दर अति सुन्दर अभिव्यक्ति
भावपूर्ण अभिव्यक्ति
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी लगी यह रचना।
जवाब देंहटाएंbhut bhaavpur aur pyari rachna...
जवाब देंहटाएंकाफी अच्छी रचना ..... !!
जवाब देंहटाएंपडेगा आना ही तुमको की तुम ही हो मेरी किस्मत
जवाब देंहटाएंभला कैसे रहोगी दूर कि तुम ही हो मेरी हिम्मत ......बहुत अच्छी रचना ...
badhiya rachna.
जवाब देंहटाएंपडेगा आना ही तुमको की तुम ही हो मेरी किस्मत
जवाब देंहटाएंभला कैसे रहोगी दूर कि तुम ही हो मेरी हिम्मत..
बहुत सुन्दर पंक्तियाँ! बेहद ख़ूबसूरत और भावपूर्ण रचना! बधाई!
मेरे नए पोस्ट पर आपका स्वागत है-
http://ek-jhalak-urmi-ki-kavitayen.blogspot.com/
http://seawave-babli.blogspot.com
MAN KO CHHOO GAYI AAP KI SUNDAR RACHNA.
जवाब देंहटाएं