ज़िन्दगी की तारीखें तो पहले से ही तय है हमें तो बस उन तारीखों में जिए जाना है
बहुत ही खूबसूरत कविता। सादर
वाह ..बहुत खूब !!
बहुत सुन्दर ...
बहुत ही सुंदर , सरल रचना
बहुत सुंदर..
बढ़िया रचना Gyan DarpanMatrimonial Service
aapkee kavitaa mere man ko bahlaaye
कोयल की कूक जैसी ही बहुत मधुर एवं सुन्दर रचना !
आपका ब्लॉग भी बहुत ख़ूबसूरत और आकर्षक लगा । अभिव्यक्ति भी मन को छू गई । मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है । धन्यवाद . ।
गूंजे कोयल की कूक सेजंगल में मीठी तानपवन चले मंद मंदगाये दादुर गान ,sundar rachna....
बहुत सुन्दर वाह!
बहुत बढ़िया गीत....सादर बधाई....
sundar prastuti...***punam***bas yun...hi...tumhare liye...
खूबसूरत कविता।
बहुत ही बेहतरीन!
दिनांक 13/01/2013 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है .धन्यवाद! ऎसा क्यूँ हो जाता है......हलचल का रविवारीय विशेषांक.....रचनाकार...समीर लाल 'समीर' जी
बहुत सुंदर
बहुत ही खूबसूरत कविता।
जवाब देंहटाएंसादर
वाह ..
जवाब देंहटाएंबहुत खूब !!
बहुत सुन्दर ...
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर , सरल रचना
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर..
जवाब देंहटाएंबढ़िया रचना
जवाब देंहटाएंGyan Darpan
Matrimonial Service
aapkee kavitaa mere man ko bahlaaye
जवाब देंहटाएंकोयल की कूक जैसी ही बहुत मधुर एवं सुन्दर रचना !
जवाब देंहटाएंआपका ब्लॉग भी बहुत ख़ूबसूरत और आकर्षक लगा । अभिव्यक्ति भी मन को छू गई । मेरे पोस्ट पर आपका स्वागत है । धन्यवाद . ।
जवाब देंहटाएंगूंजे कोयल की कूक से
जवाब देंहटाएंजंगल में मीठी तान
पवन चले मंद मंद
गाये दादुर गान ,sundar rachna....
बहुत सुन्दर वाह!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया गीत....
जवाब देंहटाएंसादर बधाई....
sundar prastuti...
जवाब देंहटाएं***punam***
bas yun...hi...
tumhare liye...
खूबसूरत कविता।
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन!
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जवाब देंहटाएंदिनांक 13/01/2013 को आपकी यह पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपकी प्रतिक्रिया का स्वागत है .
धन्यवाद!
ऎसा क्यूँ हो जाता है......हलचल का रविवारीय विशेषांक.....रचनाकार...समीर लाल 'समीर' जी
बहुत सुंदर
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